नैनीताल। पर्यावरण संरक्षण पर काम करने वाले डॉ बिक्रान्त तिवारी, ने पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी नैनीताल जिले के नाई गांव में एक हजार से ज्यादा चाल खाल बना रहे हैं। इन चाल खाल से लगभग चालीस लाख लीटर वर्षा का पानी सालाना संचय होगा। इन चाल खाल से न केवल भूमि का जल स्तर बढ़ेगा बल्कि मिट्टी कटाव कम होगा, यहां के वन्य प्राणी को भी फायदा होगा। नमी के स्तर को बढ़ा देने से जंगलों में आग लगने की संभावना भी कम होती है। डॉ बिक्रान्त तिवारी ने कहा कि जब सभी कहते हैं कि पहाड़ों की जवानी और पानी ठहरती नही है तो उसके लिए मजबूत और सकारात्मक कदम उठाने की आवश्कता है ,और इन्ही को रोकने के लिए बिना किसी विलंब के लाखों लीटर पानी बचाने का प्रयास स्थानीय लोगों के साथ मिल कर किया जा रहा है। वर्ल्ड अर्थ डे, पर शुरू किया गया यह काम आगामी विश्व पर्यावरण दिवस तक पूरा कर लिया जाएगा।
गौरतलब है कि डॉ बिक्रान्त तिवारी पर्यावरण के क्षेत्र में देश भर में पहले से ही 2 करोड़ से ज्यादा वृक्षारोपण द्वारा लोगों को जागरूक कर रहे हैं। उत्तराखंड में भी लाखों पौधे पिछले कई वर्षों में उन्होंने लगवाया है। निजी स्तर पर लाखो लीटर वर्षा जल संचयन का यह प्रयास स्थानीय लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है।