लोकसभा चुनाव के बाद तुरंत उत्तराखंड में निकाय चुनाव आयोजित किए जाएंगे। निकायों में ओबीसी आरक्षण निर्धारित करने के लिए गठित एकल सदस्यीय आयोग की रिपोर्ट को सरकार स्वीकार कर चुकी है।अब मई में आरक्षण घोषित किए जाने के बाद, जून में निकाय चुनाव कराए जाने की तैयारी है।
बता दें कि उत्तराखंड में नगर निकायों का कार्यकाल एक दिसंबर को ही समाप्त हो चुका है। फिलहाल एक जून तक निकाय प्रशासकों के हवाले हैं, चुनाव में देरी का मामला पहले ही हाईकोर्ट में है, जहां सरकार प्रशासकों का कार्यकाल समाप्त होने से पहले चुनाव कराने की जानकारी दे चुकी है। इसी क्रम में शहरी विकास विभाग ने निकाय चुनावों की तैयारी प्रारंभ कर दी है।