पिथौरागढ़। कहते है जो संस्कार बच्चो में बचपन में डाले जाते है वही संस्कार बडे होकर काम आते है। पिथौरागढ कनालीछीना वर्तमान निवासी हल्द्वानी स्व. नन्दन सिंह डिगारी और भागीरथी देवी की सुपुत्री बबीता डिगारी दुबई मे जेम्स ग्रुप के स्कूल मे बतौर अध्यापिका है। लेकिन आज भी उनका दिल पहाड़ो में ही बसा है। जब भी वो किसी गरीब असहाय को तकलीफ मे देखती है उसकी तकलीफ कम करने की ठान लेती है। दर्जनों मासूम बच्चों के ईलाज मे सहयोग देकर बबीता मासूम बच्चो को जीवनदान देकर पुण्य कमा चुकी है, और अपने माता पिता के नाम को गौरवान्वित कर रही है। बबीता हर माह अपने वेतन का एक अंश गरीबो के कल्याण में दान देती है। आजकल की महिलाएं इस्ट्राग्राम में विडियो बनाकर फेमस होना चाहती है अपने घर परिवार तक ही सिमित है। पर बबीता डिगारी जैसे लोग महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल है। जो गरीब असहाय जरूरतमंद लोगो की पीड़ा को हर लेते है। बबीता का कहना है कि मैं हमेशा ऐसे ही गरीब असहाय लोगो की मदद करते रहूंगी।
महिला सशक्तिकरण की मिशाल बनी बबीता डिगारी, हजारो मील दूर होकर भी अपने पहाड़ के लोगो को जीवनदान देती हैं
