पुष्कर सिंह धामी खटीमा से चुनाव हार चुके है और अब भाजपा असमंजस में है कि वह किसको सीएम की कुर्सी पर बैठाए। लेकिन चुनाव हारने के बावजूद भी पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पद की रेस में अब तक सबसे आगे हैं। यह माना जा रहा है कि अंतिम समय में बेहद कम समय के लिए अवसर मिलने के बाद भी उन्होंने केंद्र की योजनाओं को तेजी से अमल में लाने का काम किया था। और केंद्र को उन पर पूरा भरोसा है। धामी के लिए ज्यादातर विधायकों का भरोसा बने रहना भी उनकी दावेदारी को मजबूत करता है।
इधर सीएम पद के लिए केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और ठाकुर समुदाय के नेता सतपाल महाराज की भी दावेदारी पक्की बताई जा रही है।
वहीं उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश समेत सभी चुनावी राज्यों में महिलाओं के भाजपा को अत्यधिक वोट मिले है। लेकिन अब तक भाजपा शासित सभी 12 राज्यों में से किसी एक में भी अभी तक महिला मुख्यमंत्री नहीं है। महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड में यह कमी पूरी कर सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूरी की बेटी ऋतु खंडूरी की सीएम की कुर्सी संभाल सकतीं है। वह कोटद्वार से भाजपा के टिकट पर जीत हासिल करने में कामयाब रही हैं।