रुद्रपुर। वर्ल्ड हैरिंग डे (विश्व श्रवण दिवस) पर मुख्य चिकित्साधिकारी अधिकारी कार्यालय में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें ईएनटी सर्जन व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने उपस्थित चिकित्सकों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। इस दौरान संगोष्ठी का उद्देश्य श्रवण हानि से पीड़ित रोगियों को एक साथ लाना और एक समुदाय बनाकर कान और श्रवण देखभाल को बढ़ावा देना है जिसमें इसकी महामारी विज्ञान प्रोफ़ाइल, स्थिति, इसके निदान और उपचार के बारे में जागरूकता पर चर्चा की गई है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि विश्व श्रवण दिवस की थीम है (मानसिकता बदलना) आइ, कान और सुनने की देखभाल को सभी के लिए वास्तविकता बनाएं। इस थीम का उद्देश्य जनता और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के बीच श्रवण हानि के बारे में गलत फहमियों को दूर करने के महत्व पर जोर देना है। यह श्रवण हानि को कमजोर करने पर वैज्ञानिक अनुसंधान और ध्वनि प्रदूषण पर अंकुश लगाने वाली विभिन्न नीतियों के ठोस विनियमन के लिए प्रयासरत विभिन्न चिकित्सा समाजों के बीच सहयोग को भी प्रोत्साहित करता है। इसके साथ कई अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। सर्जन डॉ. कीर्ति बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्व श्रवण दिवस का उद्देश्य लोगों को बहरेपन की समस्या के कारण और उसके निवारण के प्रति जागरूक बनाना और सचेत करना है जिससे वह इस खतरे से बच सकें।