नैक पीयर टीम का दौरा हुआ पूरा, टीम ने ली एग्जिट मीटिंग

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कुमाऊं विश्वविद्यालय की ग्रेडिंग के लिए आई नैक टीम ने अपना निरीक्षण कार्य पूरा कर लिया है। अब विवि प्रशासन को नैक टीम की तरफ से दिए जाने वाले ग्रेड का इंतजार है। टीम द्वारा अपनी रिपोर्ट ऑनलाइन सबमिट कर दी गई। तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन बुधवार को टीम के चेयरमैन प्रो० कैलाश चंद्र शर्मा (कुलपति, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी) ने देवदार सभागार में एग्जिट मीटिंग की। इसमें नैक टीम ने रिपोर्ट की एक कॉपी बंद लिफाफे में कुलपति को भी दी। इस रिपोर्ट में सिर्फ यह रहता है कि टीम ने जो मूल्यांकन किया, उसमें क्या पाया। फिलहाल यह रिपोर्ट तब तक लिफाफे में ही बंद रहेगी, जब तक नैक से विवि की नई ग्रेड को लेकर रिजल्ट जारी नहीं कर दिया जाता।

नैक पीयर टीम में चेयरमैन प्रो० कैलाश चंद्र शर्मा ने सृजनात्‍मक शिक्षण पर जोर देते हुए कहा कि मौजूदा वक्‍त में जरूरी है कि शिक्षण पद्धति के तमाम नई तकनीक और संसाधनों को अपनाया जाए। उन्होंने कहा कि यदि विद्यार्थियों को आत्‍मनिर्भर बनाना है तो उनके ज्ञान और कौशल के स्‍तर को बढ़ाना होगा। नैक पीयर टीम के चेयरमैन प्रो० शर्मा ने नई शिक्षा नीति पर अपनी बातें रखी और कहा कि वैश्‍वीकरण ने शैक्षिक व्‍यवस्‍था को बदल दिया है और अब शिक्षा के जरिये ही वैश्विक स्‍तर पर पहचान बनाई जा सकती है। नैक टीम ने स्पष्ट रूप से निरीक्षण में क्या पाया इसको लेकर कुछ भी कहने से गुरेज किया।

कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० दीवान सिंह रावत ने बताया कि टीम का दौरा अच्छा रहा है। जहां सुधार की गुंजाइश की दिखी, वहां नैक पीयर टीम ने सुझाव दिए हैं। कुलपति प्रो० रावत ने नैक पीयर टीम का आभार व्यक्त किया और विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उनकी मेहनत के लिए साधुवाद दिया।

एक्जिट मीटिंग में कुलसचिव श्री दिनेश चंद्रा, वित्त नियंत्रक श्रीमती अनीता आर्या, निदेशक आई०क्यू०ए०सी० प्रो० राजीव उपाध्याय, अपर निदेशक आई०क्यू०ए०सी० प्रो० प्रदीप गोस्वामी, प्रो० संतोष कुमार, प्रो० अतुल जोशी, प्रो० ललित तिवारी, प्रो० संजय पंत, प्रो० एम०सी० जोशी, प्रो० सतपाल सिंह बिष्ट, प्रो० दिव्या उपाध्याय, प्रो० गीता तिवारी, प्रो० अनिल कुमार बिष्ट, डॉ० अशोक कुमार, डॉ० रितेश साह, डॉ० महेंद्र राणा, डॉ० गगनदीप होती, उप कुलसचिव श्री दुर्गेश डिमरी, श्री कैलाश जोशी के साथ विश्वविद्यालय के कई वरिष्ठ प्रोफेसर एवं अधिकारी मौजूद रहे।

Gunjan Mehra