वापस कांग्रेस की तरफ चले मुस्लिम वोटर्स, एमसीडी चुनाव में केजरीवाल की पार्टी से किया किनारा

ख़बर शेयर करें :-

नई दिल्ली. क्या दिल्ली के मुस्लिम वोटर्स का अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से मोहभंग हो गया है और वे वापस से कांग्रेस का रुख कर रहे हैं? दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजे तो ऐसा ही संकेत दे रहे हैं. इस चुनाव नतीजों को देखकर प्रतीत होता है कि मुसलमानों ने AAP को जता दिया है कि पार्टी उन्हें अपने पाले में मानकर नहीं चल सकती.

दरअसल दिल्ली विधानसभा के पिछले दो चुनावों में मुसलमानों ने खुलकर आम आदमी पार्टी को वोट दिया था. हालांकि इस बीच बीते कुछ समय से AAP की राजनीति में एक बड़ा बदलाव आया है और उस पर सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति भी करने का आरोप लगता रहा है. एमसीडी का यह चुनाव दिल्ली दंगों के बाद हुआ पहला चुनाव था. ऐसे में इसे AAP के लिए लिटमस टेस्ट की भी तरह देखा जा रहा था.

कांग्रेस के 9 विजय पाषर्दों में से 7 मुस्लिम
इस बार दिल्ली नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस को 9 सीटों पर जीत मिली है. हालांकि इस संख्या से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि इनमें से सात वार्ड मुस्लिम बहुल इलाकों के हैं और सातों पर मुस्लिम उम्मीदवार चुनाव जीते हैं. इससे भी महत्वपूर्ण यह है कि ओखला से विधायक अमानतउल्ला खान आम आदमी पार्टी के मुस्लिम चेहरा हैं, लेकिन उनकी विधानसभा सीट की चार सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार चुनाव जीतने में कामयाब हो गए हैं. ये इलाका सीएए विरोधी आंदोलन (CAA Protest) के दौरान काफी चर्चा में रहा था. इसके अलावा तीन पार्षद सीमापुरी और इसके आसपास के इलाकों से जीते हैं, जो दिल्ली दंगों में प्रभावित रहा था.

आम आदमी पार्टी के गठन से पहले दिल्ली के मुस्लिम कांग्रेस के परंपरागत वोटर माने जाते थे. यहां AAP के उदय के बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस को ही वोट दिया. उस चुनाव में आम आदमी पार्टी 28 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. इससे एक संदेश गया कि वह बीजेपी को हरा सकती है. इसके बाद तो जो चुनाव हुआ, उसने इतिहास रच दिया और आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटे जीत ली.

इसके पांच साल बाद हुए अगले विधानसभा चुनाव में एक बार फिर आम आम आदमी पार्टी ने 62 सीटे जीतीं, जबकि कांग्रेस इन दोनों ही चुनावों में एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो सकी थी. इससे साफ था कि मुस्लिम वोटर्स भी अब पूरी तरह आम आदमी पार्टी के साथ जा चुके हैं.

तो क्या दिल्ली के ये मुस्लिम वोटर्स अब धीरे-धीरे आम आदमी पार्टी से छिटककर फिर से कांग्रेस की तरफ जा रहे हैं. इस चुनाव में हालांकि अनेक मुस्लिम बहुल इलाकों में आम आदमी पार्टी की जीत हुई है, लेकिन फिर भी एमसीडी के ताज़ा नतीजों ने दिखे इस ट्रेंड ने आम आदमी पार्टी के लिए इशारा जरूर कर दिया है.

News Desk