नई दिल्ली। एक लंबे अंतराल के बाद भारत और सिंगापुर की वायुसेनाओं ने सालाना संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण (जेएमटी) में हिस्सा लिया। इसका मकसद दोनों सेनाओं के बीच पेशेवर संबंध को मजबूत बनाना और एक-दूसरे के संचालनात्मक कौशल को बढ़ाना है। सिंगापुर के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसारसिंगापुर गणराज्य की वायुसेना (आरएसएएफ) और भारतीय वायुसेना ने 11वें जेएमटी को सफलतापूर्वक पूरा किया। बयान के अनुसार इसका आयोजन भारत में कालीकुंड वायसैनिक अड्डे पर तीन नवंबर से 14 दिसंबर तक किया गया। इस संयुक्त प्रशिक्षण का आयोजन दो साल के अंतराल के बाद किया गया। विज्ञप्ति के मुताबिक आरएसएफ ने 14 एफ-16सी/डी युद्धक विमान और भारतीय वायुसेना के एसयू-30एमकेआई, जगुआर, एलसीए तेजस और मिग-29 जंगी विमानों नेप्रशिक्षण में हिस्सा लिया। वर्ष 2008 में शुरुआत के बाद से जेएमटी का आयोजन वायुसेना द्विपक्षीय समझौते के तहत होता रहा है। इस समझौते पर वर्ष 2007 में दस्तखत किये गये थे। सिंगापुर और भारत की थल सेनाओं ने भी 12वां ‘अग्नि वारियर’ अभ्यास किया जो 13 नवंबर, 2022 से लेकर 30 नवंबर,2022 तक चला और इसका आयोजन महाराष्ट्र स्थित फील्ड फायरिंग रेंज देवलाली में किया गया।
बड़ी खबरः दो साल बाद भारत और सिंगापुर की वायुसेना ने लिया सालाना संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण! दोनों सेनाओं के बीच मजबूत होंगे पेशेवर संबंध
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