नई दिल्ली। आगामी 12 जून को पटना में विपक्षी पार्टियों की बड़ी बैठक हो सकती है। खबरों की मानें तो इस बैठक को लेकर महागठबंधन के नेता सक्रिय भी हो चुके हैं। खबर यह भी है कि कांग्रेस ने नीतीश की इस बैठक में शामिल होने को लेकर निमंत्रण स्वीकार भी कर लिया है। बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) सुप्रीमो नीतीश कुमार के पटना में विपक्षी दलों की बैठक के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। इससे पहले नीतीश कुमार दिल्ली में कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से दो बार मुलाकात कर चुके हैं। इसके अलावा वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण में भी शामिल हुए थे। बिहार में भी कांग्रेस नीतीश के नेतृत्व वाली महागठबंधन का हिस्सा है। बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव जैसे भाजपा विरोधी नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। जदयू, राजद, कांग्रेस और वामपंथी पार्टियां एवं अन्य कुछ दल महागठबंधन के घटक हैं। दरअसल, पटना में विपक्षी नेताओं की एक बैठक आयोजित करने का विचार ममता बनर्जी ने दिया था। विपक्षी एकता अभियान के हिस्से के रूप में, नीतीश कुमार ने न केवल उद्धव ठाकरे और शरद पवार जैसे कांग्रेस के सहयोगियों के साथ, बल्कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव जैसे अपने विरोधियों के साथ भी बातचीत की है।