अरुणाचल प्रदेश से लगी चीन सीमा से लापता हुए दो जवानों का 17 दिन बाद भी पता नहीं चल पाया , परिजन कुशलता की कर रहें कामना

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गढ़वाल रायफल्स की सातवीं बटालियन में तैनात केदारघाटी और कालीमठ घाटी के लापता दो जवानों का अब तक कोई पता नही लग पाया है। जवानों के लापता होने से सैनिकों के परिजन बेहद परेशान हैं। क्षेत्रीय जनता व जनप्रतिनिधियों ने शासन, प्रशासन और सेना से जवानों का जल्द पता लगाने की मांग की। साथ ही उनकी कुशलता की भी कामना कर रहे हैं।

बता दें कि चिलौड़ निवासी व सेना में नायक पद पर तैनात प्रकाश सिंह राणा और तुलंगा गांव निवासी हरेंद्र सिंह नेगी बीते 28 मई से लापता हैं। अरुणाचल प्रदेश से लगी चीन सीमा से लापता हुए जवानों का 17 दिन हो चुके है। लेकिन अब भी जवानों का कोई पता नहीं चल पाया है। सैनिकों के घर, परिवार सहित गांव के लोग भी उनकी कुशलता की कामना कर रहे हैं।

सैनिक हरेंद्र सिंह नेगी की पत्नी कुछ दिन पूर्व तक गुप्तकाशी में किराए के मकान पर रह रही थीं। सैनिक ने यहां स्वयं का मकान बनाने के लिए जमीन भी खरीद रखी है, लेकिन अचानक सैनिक हरेंद्र के लापता होने की सूचना से उनकी पत्नी परेशान हो गई हैं। सैनिक के वृद्ध माता-पिता भगवान केदारनाथ और अपने ईष्ट देवी-देवताओं से पुत्र की कुशलता की कामना कर रहे हैं।

चिलौड़ निवासी नायक प्रकाश राणा की पत्नी अपने दो बच्चों के साथ देहरादून में हैं। वहां, उनका मकान निर्माणाधीन है। ग्राम प्रधान मोहन सिंह राणा और ग्राम प्रधान नवीन रावत ने भारतीय सेना, प्रदेश व केंद्र सरकार से जवानों को खोजने की मांग की।

Gunjan Mehra