रविवार के दिन करें ये काम, हाथ में टिकेगा पैसा, कभी नहीं होगी धन की कमी

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18 जून को आषाढ़ कृष्ण पक्ष की स्नान-दान की अमावस्या है। इस बार आषाढ़ महीने की अमावस्या 2 दिनों की पड़ी थी। जिसमें श्राद्ध आदि की अमावस्या तो बीते हुए कल (17 जून) मनाई जा चुकी है और स्नान-दान का सबसे ज्यादा महत्व सुबह के समय होता है और 18 जून को उदया तिथि अमावस्या है। लिहाजा इस दिन स्नान दान की अमावस्या मनाई जाएगी। शास्त्रों में आषाढ़ महीने की स्नान-दान के अमावस्या का बहुत महत्व है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान जरूर करना चाहिए अगर ऐसा न कर सके तो घर में ही स्नान के पानी में गंगा जल डाल कर स्नान करना चाहिए है। ऐसे में अगर आप सूर्य देव की कृपा पाना चाहते हैं तो रविवार के दिन कुछ उपाय जरूर करें। आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं रविवार के दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में।

अगर आप अपने जीवन में तरक्की पाना चाहते हैं और जीत की बुलंदियों को छूना चाहते हैं तो इस दिन अपने पिता समान किसी सुपात्र ब्राह्मण को अपने घर बुलाएं और उन्हें खीर, पूड़ी, सब्जी का भोजन कराएं। साथ ही ब्राह्मण के दोनों पैर छूकर आशीर्वाद लें। इसके अलावा एक बात और- जब आप ब्राह्मण को भोजन करा दें, तो उनकी थाली में बची जूठन को उठाकर, अलग से दो पूड़ियों पर रखकर कुत्ते को जरूर खिलाएं। ऐसा करने से आपको जीवन में तरक्की मिलेगी और आप जीत की बुलंदियों को छूयेंगे।
अगर जीवन में आपको किसी भी तरह की परेशानी है, तो उससे निजात पाने के लिए अमावस्या के दिन एक लाल रंग का मोटा धागा लेकर गले में पहनें उसे अगले महीने की अमावस्या तक पहने रखें। आपको बता दें कि अगले महीने अमावस्या तिथि 17 जुलाई को है।  17 जुलाई को वह धागा अपने गले से निकालकर रात के समय घर से बाहर कहीं विराने में गड्ढा खोदकर दबा दें। अमावस्या के दिन ऐसा करने से आपके जीवन से सारी परेशानियों का अंत होगा।
आर्थिक समस्याओं से निजात पाने के लिए इस दिन 8 कागजी बादाम और 8 काजल की डिबिया लेकर, रात के समय उन्हें एक काले कपड़े में बांध कर अपनी पैसों की अलमारी या तिजोरी के नीचे रख दें। अगले दिन उस काले कपड़े को बादाम और काजल की डिबिया समेत पानी में बहा दें। ऐसा करने से आपको आर्थिक समस्याओं से निजात मिलेगी।
अगर आपके और आपके जीवनसाथी के बीच किसी न किसी बात को लेकर हमेशा खींचतान बनी रहती है, तो इस दिन थोड़ा-सा दूध लेकर, उसमें एक चुटकी शक्कर मिलाकर किसी कुएं में डाल दें। अगर आपको घर के आस-पास कहीं कुआं न मिले तो घर के बाहर कच्ची मिट्टी में दूध डाल दें और उसके ऊपर थोड़ी-सी मिट्टी डाल दें। अमावस्या के दिन ऐसा करने से आपके और आपके जीवनसाथी के बीच का रिश्ता पहले से बेहतर होगा और खींचतान की स्थिति से बाहर निकलने में आपको मदद मिलेगी।
अगर दूसरे लोग आपकी दिन-ब-दिन बढ़ती तरक्की को देखकर आपसे जलते हैं, आपकी पीठ पीछे दूसरे लोगों से बुराई करते हैं, लेकिन सामने से आपकी तारीफ करते हैं, तो ऐसे लोगों से पीछा छुड़ाने के लिए इस दिन शाम के समय एक रोटी लेकर, उस पर सरसों का तेल डालकर दूसरी रोटी की सहायता से चुपड़ दें और तेल चुपड़ी दोनों रोटियों को काले कुत्ते को डाल दें। ऐसा करने से आपको जल्द ही आपकी बुराई करने वाले लोगों से छुटकारा मिलेगा।
अगर आप कर्ज से परेशान हैं, तो इस दिन थोड़े-से राई के दाने हाथ में लेकर आधी रात को अपने घर के चौक में या घर की छत पर जाकर घड़ी की विपरित दिशा में तीन चक्कर काटें। इसके बाद थोड़-थोड़े राई के दाने दसों दिशाओं में फेंक दें। अमावस्या के दिन ये उपाय करने से आपको जल्द ही कर्ज से मुक्ति मिलेगी।
अगर आपकी कोई इच्छा बहुत दिनों से किसी कारणवश पूरी नहीं हो पा रही है, तो इस दिन 51 कागज की पर्चियां बनाएं और उन सब पर लाल पेन से ‘श्री’ लिखें। हर पर्ची पर श्री लिखते समय अपनी इच्छा मन में दोहराएं । अब इन पर्चियों को इकट्ठा करके एक कपड़े में बांध लें और भगवान विष्णु के मन्दिर में जाकर चढ़ा दें। आपकी इच्छा को जल्दी ही वास्तविक रूप मिलेगा।  ऐसा करने से आपकी इचछाए पूरी होंगी।
अपने परिवार से सारी परेशानियों को मिटाने के लिए और खुशियों को बरकरार रखने के लिए इस दिन 5 लाल फूल और तेल के पांच दीपक जलाकर बहते पानी में प्रवाहित कर दें। अगर ये उपाय आप शाम को दिन छिपने के बाद करें, तो और भी अच्छा है। बाकी आप अपनी सुविधा के अनुसार कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके परिवार की खुशियां बरकरार रहेंगी।
अपने जीवनसाथी की तरक्की के लिए इस दिन शाम के समय घर के मन्दिर में या ईशान कोण में गाय के घी का दीपक जलाएं, लेकिन ध्यान रहे कि रूई के स्थान पर लाल रंग के धागे की बाती लगानी है। साथ ही अगर संभव हो तो दिए में केसर के एक-दो रेशे भी डाल दें। ऐसा करने से आपके जीवनसाथी की तरक्की ही तरक्की होगी।

डिस्क्लेमर: लेख सामान्य जानकारी के लिए है। इस सम्बन्ध में “उत्तरांचल दर्शन” किसी भी प्रकार का दावा नहीं करता। अमल करने से पहले संबंधित विद्वान ज्योतिषाचार्य से सलाह अवश्य लें।

Gunjan Mehra